Call Option kya hai ( कॉल ऑप्शन क्या होता है ) : अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग सीख रहे हो तो आपको कॉल ऑप्शन को समझना बहुत जरुरी हैं. इससे आपको पता चलेगा की कॉल ऑप्शन कैसे काम करता है और इसको कैसे इस्तमाल करते हैं |
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कॉल ऑप्शन ( Call Option) क्या होता है ?
कॉल ऑप्शन एक कॉन्ट्रैक्ट होता है जो आपको किसी स्टॉक या इंडेक्स को एक फिक्स्ड प्राइस पे फ्यूचर में खरीदने का अधिकार देता हैं | इसका मतलब है अगर स्टॉक प्राइस बढ़ता है तो कॉल ऑप्शन का प्राइस भी बढ़ेगा और आप प्रॉफिट कमा सकते हैं | कॉल ऑप्शन में स्टॉक खरीदना जरुरी नहीं होता यह बस एक ऑप्शन होता है की आप खरीद भी सकते हो या नहीं भी .
अगर स्टॉक का दाम बढ़ता है तो आप प्रॉफिट कमा सकते हैं |
अगर आपको लगता है की प्राइस बढ़ेगा तो कॉल ऑप्शन खरीद सकते हो | अगर प्राइस नहीं बढ़ता और गिरता है तो सिर्फ प्रीमियम का नुकसान होता हैं |

मान लीजिए की Nifty 50 का इंडेक्स में ट्रेडिंग करने वाले हो | अभी इंडेक्स 22500 स्ट्राइक प्राइस पर ट्रेड कर रहा है, आपको लगता है की आज strike प्राइस 22600 तक जा सकता है | तो आपने 22500 स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन का प्रीमियम 178.96 ( राउंड उप करके 179 रूपए ) का मिल रहा है तो आपने इसे ख़रीदने वालो हो |
Nifty 50 Lot Size ( 1 Lot = 75 shares)
Option Price = ₹179 ( 22500 Strike Price )
Total Premium for Buying Call Option = Option Price * Lot size
Total Premium = Option Price x lot size
Total Premium = ( 179 * 75 ) ₹13425
( ₹13425 लगेगा कॉल ऑप्शन खरीदने के लिए )
₹13425 इस राशि को हम प्रीमियम ( Premium) के नाम से जानते हैं या ऑप्शन का प्रीमियम कहते हैं
अगर निफ़्टी 50 का स्ट्राइक प्राइस 22500 से 22600 तक जाता है तो आपको प्रॉफिट होगा | यानि कॉल ऑप्शन का प्राइस ₹179 से ₹210 या ₹240 तक जा सकता है | इसे आपको प्रति शेयर पर ₹40 से ₹50 का फायदा होगा |
प्रॉफिट = ( sell price - buying price ) * lot size
प्रॉफिट = (₹240 - ₹179) * 75 = ₹4575
प्रॉफिट = 61 * 75 = ₹4575
प्रॉफिट = ₹4575
कॉल LTP क्या हैं ?
कॉल LTP का फुल फॉर्म ( Last Traded Price ) है | LTP का मतलब है किसी स्टॉक या ऑप्शन प्रीमियम की आखिरी कारोबारी कीमत.
कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन क्या हैं ?
कॉल ऑप्शन
- कॉल ऑप्शन में आपको स्टॉक खरीदने जरुरी नहीं होता बस एक राइट होता हैं
- जब आपको लगे की प्राइस ऊपर जायेगा तब कॉल ऑप्शन खरीद सकते हैं
- कॉल खरीदने वाले का प्रोफिर तब होता है जब प्राइस बढ़ता है
- कॉल सेलर का प्रॉफिट तब होता है जब प्राइस नीचे रहता है या गिरता रहता है
- अगर प्राइस नहीं बढ़ता तो सिर्फ प्रीमियम का लॉस होता है
पुट ऑप्शन
- पुट ऑप्शन में आपको स्टॉक बेचना जरूरी नहीं होता, बस एक सही होता है।
- जब आपको लगे कि कीमत नीचे जाएगी, तब पुट ऑप्शन खरीदें।
- खरीदार का मुनाफा तब होता है जब कीमत गिरती है।
- विक्रेता का लाभ तब होता है जब कीमत स्थिर रहती है या बढ़ती है।
- अगर कीमत नहीं गिरती, तो सिर्फ प्रीमियम का नुकसान होता है।
यह भी पढ़े : India VIX क्या होता है और कैसे कॉल या पुट ऑप्शन प्रीमियम पर प्रभाव डालता है
स्टॉक मार्केट का उदाहरण ( रिलायंस का कॉल ऑप्शन )
मान लीजिए रिलायंस स्टॉक का प्राइस अभी ₹2500 प्रति शेयर है आपको लगता है की रिलायंस के प्राइस ₹2700 तक जा सकता है तो आप ₹2550 का कॉल ऑप्शन ₹50 प्रीमियम पर खरीदतें हैं |
- अगर प्राइस ₹2700 हो जाता है – आपको प्रॉफिट होगा
- अगर प्राइस ₹2500 पर ही रहता है – कोई फयदा नहीं होगा , प्रीमियम लॉस हो सकता है ( थीटा क्षय – Theta Decay ).
- अगर प्राइस ₹2400 हो जाता है यानि निचे चला जाता है – आपको पूरा प्रीमियम जीरो हो जाएगा यानि पुरे पैसे का नुक्सान
कॉल ऑप्शन के 4 जरुरी टर्म्स
स्ट्राइक प्राइस – जिस प्राइस पे आप ऑप्शन खरीदत रहे हैं ( जैसे 22500 का स्ट्राइक प्राइस )
प्रीमियम – जो राशि आपको ऑप्शन खरीदने के लिए देना पड़ता है ( ₹179 )
एक्सपायरी डेट – जब ऑप्शन खत्म हो जाता हैं यानि प्रीमियम का वैल्यू जीरो हो जाता हैं ( 13 मार्च 2025 को प्रीमियम ₹179 3:30 PM तक जीरो हो जायेगा )
ITM, ATM, OTM – यह ऑप्शन के विभिन्न प्रकार होते हैं वर्तमान स्टॉक प्राइस के आधार पर
कॉल ऑप्शन के फायदें और नुकसान
कॉल ऑप्शन के फायदें
- कम पैसों में बड़ा प्रॉफिट हो सकता हैं
- अगर स्टॉक बढ़ता है तो अनलिमिटेड प्रॉफिट हो सकता हैं
- स्टॉक के मुकाबले कॉल या पुट खरीदना सस्ता होता है
कॉल ऑप्शन के नुकसान
- अगर स्टॉक या इंडेक्स बढ़ता तो पूरा प्रीमियम लॉस हो सकता हैं
- एक्सपायरी के बाद ऑप्शन ख़त्म हो जाता है
कॉल ऑप्शन से प्रॉफिट कैसे कमाए
- अगर मार्केट ऊपर जा रहा हो, तभी कॉल ऑप्शन Buy करें
- एक्सपायरी से पहले प्रॉफिट बुक करें वरना प्रीमियम ख़त्म हो सकता है
- स्टॉप-लॉस लगाएँ ताकि ज्यादा लॉस न हो
- OTM ऑप्शंस से दूर रहें, ITM या ATM ऑप्शंस बेहतर होता हैं
निष्कर्ष :-
कॉल ऑप्शन को खरीदने के लिए बहुत कम पैसा लगता है | इसमें अनलिमिटेड प्रॉफिट कमा सकते हैं इसमें नुकसान सिर्फ हमारा प्रीमियम होगा | ऑप्शन ट्रेडिंग हमें ज्यादा रिस्क टू रिवॉर्ड वाला लेना चाहिए | अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगे तो पोस्ट पर कमेंट और लिखे जरूर करें |